तालाबंदी का शिकार है पुस्तकालय |
सिलावन(ललितपुर)। नगर पंचायत महरौनी स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पुस्तकालय तालाबंदी का शिकार है। इसके चलते बहुमूल्य साहित्य नष्ट होने की कगार पर है। वहीं, बुद्धिजीवी वर्ग को ख्यातिप्राप्त साहित्यकारों की पुस्तकों के लिए यहां-वहां भटकना पड़ रहा है। महरौनी क्षेत्र के तत्कालीन चेयरमैन ठाकुर जाहिर सिंह ने नागरिकों को एक छत नीचे सभी तरह की पुस्तकें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 1986 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पुस्तकालय की सौगात दी थी। इस दौरान दुर्लभ साहित्य, ज्ञानवर्धक एवं जीवनोपयोगी पुस्तकों के साथ बच्चों की कामिक्स का संकलन किया गया। पुस्तकालय, वाचनालय में बुजुर्ग, युवा और बच्चे मनपसंद पुस्तकें अध्ययन को पहुंचने लगे पर एक साल ही लोग इस सुविधा का लाभ ले सके। कारण, बदइंतजामी के चलते जल्द ही पुस्तकालय तालाबंदी का शिकार हो गया। वर्तमान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पुस्तकालय में बहुमूल्य साहित्य नष्ट हो रहा है। नगर पंचायत में अनेकों चेयरमैन बने लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। हालांकि राष्ट्रीय पर्वों पर पुस्तकालय में झंडारोहण के दौरान जनप्रतिनिधि जरूर पहुंचते हैं। नागरिकों ने पुस्तकालय के जीर्णोंद्धार की मांग जिलाधिकारी से की है। Source: Amar Ujala, Sunday, March 18, 2012 |
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